ज़िंदगी की राहों में चलते-चलते कभी-कभी ऐसा लगता है कि अब और नहीं चल पाऊँगा, हार मान लेना ही बेहतर होगा। लेकिन फिर एक आवाज़ अंदर से आती है, जो कहती है, "रुको नहीं, अभी और आगे बढ़ना है।"
ज़िंदगी की राहों में चलते-चलते कभी-कभी ऐसा लगता है कि अब और नहीं चल पाऊँगा, हार मान लेना ही बेहतर होगा। लेकिन फिर एक आवाज़ अंदर से आती है, जो कहती है, "रुको नहीं, अभी और आगे बढ़ना है।"