ज़िंदगी की राहों में चलते-चलते कभी-कभी ऐसा लगता है कि अब और नहीं चल पाऊँगा, हार मान लेना ही बेहतर होगा। लेकिन फिर एक आवाज़ अंदर से आती है, जो कहती है, "रुको नहीं, अभी और आगे बढ़ना है।"

ज़िंदगी की राहों में चलते-चलते कभी-कभी ऐसा लगता है कि अब और नहीं चल पाऊँगा, हार मान लेना ही बेहतर होगा। लेकिन फिर एक आवाज़ अंदर से आती है, जो कहती है, "रुको नहीं, अभी और आगे बढ़ना है।"

यह आवाज़ हौसले की है, हिम्मत की है, खुद पर विश्वास की है। यह आवाज़ हमें बताती है कि हमारी क्षमता से कहीं ज्यादा ताकत हमारे अंदर मौजूद है। हमें बस उस ताकत को पहचानने की ज़रूरत है।

यह आवाज़ हौसले की है, हिम्मत की है, खुद पर विश्वास की है। यह आवाज़ हमें बताती है कि हमारी क्षमता से कहीं ज्यादा ताकत हमारे अंदर मौजूद है। हमें बस उस ताकत को पहचानने की ज़रूरत है।